कर्नल सोफिया बोलीं-पाकिस्तान ने पंजाब एयरबेस पर मिसाइल दागी:भारत ने चुन-चुनकर PAK मिलिट्री ठिकानों को टारगेट किया, S-400 और ब्रह्मोस बेस उड़ाने का दावा झूठा

भारत और पाकिस्तान एक दूसरे पर सैन्य कार्रवाई कर रहे हैं। इस बीच विदेश और रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेस की। इसमें कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने हाईस्पीड मिसाइल से जम्मू-कश्मीर के उधमपुर, पंजाब के पठानकोट, आदमपुर और गुजरात के भुज एयरबेस पर हमला किया, जिसमें हमें नुकसान पहुंचा है।

पाकिस्तान ने अस्पताल और स्कूल को भी निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे भारत ने नाकाम कर दिया। ब्रह्मोस फैसिलिटी तबाह करने पाकिस्तानी दावा गलत है। भारतीय S-400 डिफेंस सिस्टम भी पूरी तरह सुरक्षित है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और विदेश सचिव विक्रम मिसरी मौजूद थे।

सूरतगढ़ और सिरसा एयरबेस सुरक्षित, सरकार ने फोटो दिखाए…

कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा…

पाकिस्तानी सेना ने पूरे पश्चिम मोर्चे पर लगातार आक्रामक गतिविधियां जारी रखी हैं। उसमें यूकैब ड्रोन, लॉन्ग रेंज वेपन, लाइट इम्युनिशन और लड़ाकू विमानों का उपयोग किया गया है। भारतीय सैन्य ढांचे को निशाना बनाया है।

नियंत्रण रेखा पर भी ड्रोन घुसपैठ और भारी कैलिबर हथियारों से गोलाबारी की। अंतरराष्ट्रीय सीमा और LoC पर श्रीनगर से ढलिया तक 26 से ज्यादा स्थानों पर हवाई घुसपैठ के प्रयास किए गए।

भारतीय सशस्त्र बलों ने अधिकांश खतरों को सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया। फिर भी वायुसेना स्टेशनों उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर और भुज, बठिंडा स्टेशन उपकरण और अफसरों को नुकसान पहुंचा है।

पाकिस्तान ने सुबह 1.40 बजे हाईस्पीड मिसाइल का इस्तेमाल करके पंजाब के एयरबेस स्टेशन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की।

एक निंदनीय और अनप्रोफेशनल एक्ट के तहत श्रीनगर, अवंतीपुर और उधमपुर के वायुसेना अड्डों पर चिकित्सा केंद्र और स्कूल परिसर को निशाना भी बनाया। इससे उसकी सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाकर हमला करने की गैरजिम्मेदाराना प्रवृत्ति फिर उजागर हुई।

पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को जानबूझकर निशाना बनाने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने त्वरित व सुनियोजित जवाबी हमले किए। टेक्निकल इंस्टॉलेशन, कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स और रडार साइट्स और हथियार भंडारों को चुनकर हमने निशाना बनाया।

रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहमियार खान, सुकूर और चुनिया स्थित पाक सैन्य ठिकानों पर एयर लॉन्च सटीक हथियारों और लड़ाकू जेट्स से प्रहार किए गए। पसूर स्थित रडार साइट और सियालकोट का एविएशन बेस को भी सटीक गोला-बारूद से टारगेट किया गया।

अग्रिम इलाकों में पाकिस्तानी सैनिकों की संख्या बढ़ती दिख रही है, जो कि उकसाने वाली तस्वीर है। हम तनाव नहीं चाहते, लेकिन पाकिस्तान भी ऐसा ही करे। इंडियन आर्मी के वेपन ने पाकिस्तानी ठिकानों को नष्ट किया। उसके वीडियो हम आपको दिखा रहे हैं।

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा….

विक्रम मिसरी ने कहा- पाकिस्तान दावा कर रहा है कि उन्होंने क्या किया। वे लगातार भारी झूठ बोल रहे हैं। पाकिस्तान की सरकारी एजेंसियां बोल रही हैं कि उन्होंने भारत में कई मिलिट्री फैसिलिटी को ध्वस्त किया है। मेरे साथियों ने इसकी सच्चाई आपको बता दी है। पाकिस्तान झूठ बोल रहा है।

सिरसा एयरफोर्स स्टेशन को तबाह करने का उनका दावा पूरी तरह झूठा है। सूरतगढ़ एयरफोर्स बेस, आदमपुर में एस-400 बेस को तबाह करने का दावा पूरी तरह झूठा है। महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर, पावर सिस्टम, साइबर सिस्टम पर हमला करने और उन्हें तबाह करने के दावे झूठे हैं।

मैं आप सभी से अपील करता हूं कि पाकिस्तान के इन झूठों से भ्रमित ना हों। पाकिस्तान लगातार नागरिकों और नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहा है, खासतौर से जम्मू-कश्मीर में, वो धार्मिक वैमनस्यता पैदा करने की भी कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान का फोकस सिविलियन टारगेट और पॉपुलेशन है।

आज सुबह पाकिस्तान ने राजौरी में हमला किया, उसमें राजौरी में प्रशासनिक अफसर मारा गया है। और भी नागरिक मारे गए हैं और नागरिक ठिकानों को नुकसान पहुंचा है फिरोजपुर और जालंधर में भी लोग घायल हुए और प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचा है।

पाकिस्तान के अधिकारी लगातार झूठा दावा कर रहे हैं कि भारत अमृतसर साहिब की ओर मिसाइल दाग रहा है। यह भारत को बांटने की कोशिश है। ये आखिरकार नाकाम हो जाएगी। पाकिस्तानी टेलिविजन पर कुछ बयान दिए गए पाकिस्तान आर्मी के प्रवक्ता कह रहे हैं कि भारतीय जनता अपनी ही सरकार की आलोचना कर रही है। पाकिस्तान के लिए यह आश्चर्य की बात हो सकती है, लेकिन भारत में यह खुले लोकतंत्र का सबूत है। हालांकि, पाकिस्तान ऐसी चीजों का आदी नहीं है, यह चौंकाने वाला नहीं है।

एक और दावा कर रहे हैं कि भारतीय मिसाइल ने अफगानिस्तान को हिट किया है। यह निराधार आरोप है। मैं बताना चाहूंगा कि अफगानियों को यह याद दिलाने की जरूरत नहीं है कि कौन सा देश है जिसने कई मौकों पर पिछले डेढ साल में सिविलियन पॉपुलेशन को निशाना बनाया है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top