‘कोई डायरी नहीं मिली, आतंकियों से कनेक्शन नहीं’, ज्योति मल्होत्रा पर हिसार पुलिस का बड़ा बयान, बताया क्या है सच्चाई?

हिसार। Jyoti Malhotra Case: पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़ी हिसार की न्यू अग्रसेन कॉलोनी में रहने वाली आरोपी यू-ट्यूबर ज्योति मल्होत्रा (Youtuber Jyoti Malhotra) ने पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स (पीआइओ) के अधिकारियों के पास सूचनाओं का आदान-प्रदान किया था। किस प्रकार की सूचनाओं का आदान-प्रदान किया गया। इस बारे में पुलिस ने अभी राजफाश नहीं किया है।

पांच दिन के रिमांड के दौरान अब तक की जांच में पुलिस को ऐसे कोई साक्ष्य नहीं मिले जिससे पता चल सके कि आरोपी किसी पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन के संपर्क में थी।

हिसार पुलिस (Hisar Police) ने कहा है कि अभी तक सैन्य, रक्षा या राजनीतिक जानकारी तक पहुंच होने के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। इस बीच मीडिया में चल रही अफवाहों पर भी हिसार पुलिस ने विराम लगाया है। हिसार, पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मीडिया में चल रहीं भ्रामक खबरों से बचने की सलाह दी है और मीडिया से अनुरोध किया है कि ऐसी खबरें आधिकारिक पुष्टि के बाद ही चलाएं।

हिसार पुलिस ने जारी की प्रेस विज्ञप्ति

जारी प्रेस विज्ञप्ति में हिसार पुलिस ने बताया कि ज्योति मल्होत्रा से पुलिस ने एक लैपटॉप और कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हासिल किए हैं। कुरुक्षेत्र की हरकीरत (Harkirat) को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। पुलिस ने अन्य जानकारी साझा करते हुए फेक खबरों के लिए भी लिखा।विज्ञप्ति में लिखा, यह देखा जा रहा है कि अनुसंधान के दौरान प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया पर बहुत सी तथ्यहीन खबरें (Jyoti Malhotra Fake News) भी चल रही हैं। तथ्यहीन खबर ना सिर्फ अनुसंधान को प्रभावित करती है बल्कि ऐसे मामलों में सीधे तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा को भी प्रभावित करती है। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया पर फैली हुई कुछ अफवाहों का खण्डन करते हुए यह स्पष्ट किया जाता है कि, पूरे मामले की जांच हिसार पुलिस कर रही है। आरोपी हिसार पुलिस के हिरासत में है। कुछ एजेंसियां समय-समय पर पूछताछ कर रही है। किसी भी संस्था को आरोपी की हिरासत नहीं सौंपी गई।

  • आरोपी की वॉट्सऐप चैट के बारे में किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं की जा सकती।
  • आरोपी की डायरी या सार्वजनिक किए जा रहे उसके पन्ने पुलिस के पास नहीं है।
  • आरोपी की बैंक डिटेल्स हैं, लेकिन पैसों के लेन-देन के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।
  • आरोपी पीआईओएस के संपर्क में थी। लेकिन यह नहीं कहा जा सकता कि आरोपी आतंकवादी संगठन के संपर्क में थी।
  • पुलिस ने जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हासिल किए हैं, उन्हें फॉरेंसिक लैब भेजा गया है, जहां विश्लेषण जारी है।
  • आरोपी की पीआईओ से शादी या धर्म परिवर्तन का कोई तथ्य अभी तक सामने नहीं आया है।

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