नई दिल्ली:
भारत के पहले सेमी-ऑटोमैटिक पोर्ट विंझिजम पोर्ट पर बुधवार को एक ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिला, जब दुनिया का सबसे बड़ा ईको-फ्रेंडली कंटेनर शिप MSC तुर्किये वहां पहुंचा। अदाणी समूह द्वारा विकसित इस बंदरगाह पर इस विशाल जहाज का भव्य स्वागत किया गया। यह पहली बार है जब इतना बड़ा कंटेनर जहाज दक्षिण एशिया के किसी बंदरगाह पर पहुंचा है। इसे भारत के शिपिंग और लॉजिस्टिक्स सेक्टर के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि माना जा रहा है।

(Publish by : Tanya Pandey
Updated: April 10, 2025 12:15 pm
Rajasthan, India)
शानदार क्षमताओं से लैस कंटेनर शिप
*MSC तुर्किये, *मेडिटेरेनियन शिपिंग कंपनी (MSC) के स्वामित्व वाला जहाज है जिसकी लंबाई 399.9 मीटर, चौड़ाई 61.3 मीटर और गहराई 33.5 मीटर है। यह जहाज एक साथ 24,346 कंटेनर ले जाने की क्षमता रखता है, जो इसे अब तक बनाए गए सबसे बड़े कंटेनर जहाजों में से एक बनाता है।
विंझिजम पोर्ट की रणनीतिक खासियत
अदाणी पोर्ट्स एंड SEZ लिमिटेड (APSEZ) के स्वामित्व वाला विंझिजम इंटरनेशनल पोर्ट भारत का पहला मेगा ट्रांसशिपमेंट कंटेनर टर्मिनल है। यह पोर्ट अंतरराष्ट्रीय शिपिंग मार्गों के बेहद करीब स्थित है और ईस्ट-वेस्ट शिपिंग चैनल से केवल 10 नॉटिकल मील की दूरी पर है। इसका यह स्थान इसे यूरोप, फारस की खाड़ी, दक्षिण-पूर्व एशिया और सुदूर पूर्व के व्यापारिक मार्गों के लिए एक अहम केंद्र बनाता है।