
आज मदर्स डे है। क्या आपने कभी सोचा है कि मां को ‘मां’ ही क्यों कहते हैं। कोई भी भाषा सीखने से पहले बच्चा ‘मssमss’ की आवाज निकालकर मां का ध्यान खींचता है। यानी ‘म’ का साउंड बच्चे को मां से जोड़ता है। मां, मदर, मातृ, मुटर, अम्मा…दुनिया की अलग-अलग भाषाओं में ‘मां’ के लिए कई सारे शब्द हैं। यहां भी ज्यादातर भाषाओं में इस रिश्ते के संबोधन में ‘म’ और ‘अ’ का साउंड कॉमन है। ‘मां’ का मतलब समझाने के लिए तो शायद शब्द कम पड़ जाएं, लेकिन ‘मां’ शब्द के पीछे का साइंस समझा जा सकता है। आइए, समझते हैं ‘मां’ और ‘म’, ‘अ’ का कनेक्शन
‘म’ साउंड सुनकर बढ़ती है बच्चे की ब्रेन एक्टिविटी 2012 में यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया की एक स्टडी में पता लगा कि बच्चा जब ‘मामा’ और ‘दादा’ जैसे साउंड सुनता है तो उसके ब्रेन की एक्टिविटी बढ़ जाती है। इससे पता चलता है कि बच्चे अन्य शब्दों की तुलना में एक ही शब्द को दोहराने से, इसे ज्यादा तेजी से पहचान जाते हैं। ‘म’ के मामा बन जाने के पीछे का साइंस यही है। अब आप ये तो जान गए कि बच्चे ‘म’ से ‘मां’ तक कैसे बोलना सीखते हैं। चलिए, अब समझते हैं कि दुनिया की ज्यादातर भाषाओं में ‘मां’ के लिए मिलते-जुलते शब्द क्यों इस्तेमाल होते हैं- 6000 साल से ज्यादा पुराना है ‘मां’ शब्द का इतिहास
हर भाषा में मां में ‘म’ साउंड कॉमन
यहां भाषाएं अलग-अलग हैं, लेकिन ‘म’ का साउंड कॉमन है। इसका रहस्य समझने के लिए आपको 6000 साल पीछे जाना होगा।
अब देखिए, दुनिया की अलग-अलग भाषाओं में कैसे कहते हैं ‘मां’
1. संस्कृत- मातृ
संस्कृत, इंडो यूरोपियन भाषा परिवार की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक है। ‘मातृ’ शब्द से ही हिंदी का ‘माता’ और ‘मां’ शब्द निकले हैं।
2. लैटिन – Mater
लैटिन भाषा रोमन्स की भाषा थी और संस्कृत के साथ-साथ ग्रीक भाषा से प्रभावित थी। ‘Mater’ शब्द से ही अंग्रेजी में ‘Mother’ और स्पेनिश में ‘Madre’ जैसे शब्द बने।
3. ग्रीक- Mētēr
प्राचीन ग्रीस में ‘Mētēr’ शब्द मां के लिए इस्तेमाल होता था। मॉर्डन ग्रीक में ‘Mitera’ शब्द प्रयोग होता है।
4. जर्मन- Mutter
जर्मन भाषा इंडो-यूरोपियन परिवार की जर्मेनिक ब्रांच से आती है। ‘Mutter’ शब्द लैटिन ‘Mater’ और संस्कृत ‘मातृ’ से प्रभावित है।
5. अंग्रेजी- Mother
अंग्रेजी जर्मेनिक भाषा परिवार की है। ‘Mother’ का ओरिजिन जर्मन ‘Mutter’ और लैटिन ‘Mater’ से हुआ है। ओल्ड इंग्लिश में ‘Modor’ शब्द प्रयोग होता था, जो समय के साथ ‘Mother’ बन गया।
6. चीनी (मैंडरिन): Mā
चीनी भाषा सिनो-तिब्बतन भाषा परिवार की है। ‘Mā’ शब्द की जड़ें प्राचीन चीनी भाषा में मिलती हैं। प्राचीन चीनी में मां के लिए ‘Mǔ’ शब्द था, जो आज भी औपचारिक रूप से इस्तेमाल होता है। ‘Mā’ इसका छोटा रोजमर्रा का रूप है।
7. स्वाहिली: Mama
स्वाहिली में मां को ‘Mama’ कहते हैं। ये शब्द मां के अलावा सम्मानित महिलाओं (जैसे दादी, बड़ी बहन) के लिए भी बोला जाता है।
स्वाहिली बांटू भाषा परिवार की है, जो नाइजर-कॉन्गो परिवार का हिस्सा है। ‘Mama’ शब्द की जड़ मूल रूप से बांटू है।
8. अरबी: Umm
अरबी में मां को ‘Umm’ कहते हैं। अरबी सेमेटिक भाषा परिवार की है, जो एफ्रो-एशियाटिक परिवार का हिस्सा है।
‘Umm’ की जड़ें प्राचीन सेमेटिक भाषाओं में मिलती हैं। अक्कादियन (‘ummu’) और हिब्रू (‘ima’) जैसी सेमिटिक भाषा में भी ‘म’ साउंड मां के लिए आम है।
9. वियतनामी: Mẹ
वियतनामी में मां को ‘Mẹ’ कहते हैं। वियतनामी ऑस्ट्रोएशियाटिक भाषा परिवार की है।
‘Mẹ’ की जड़ें प्राचीन वियतनामी और ऑस्ट्रोएशियाटिक भाषाओं में मिलती हैं। ऑस्ट्रोएशियाटिक भाषाओं जैसे ख्मेर (‘mae’) में भी मां के लिए ‘म’ साउंड आम है।
10. फ्रेंच: Mère
फ्रेंच में मां को ‘Mère’ कहते हैं। ये शब्द लैटिन भाषा से आया है।
फ्रेंच भाषा के कई शब्दों में ‘t’ साइलेंट रहता है। यही कारण है कि लैटिन का ‘Mater’ इस भाषा में ‘Mère’ बन गया।
‘म’ साउंड बच्चों के बोलने की वजह से भाषाओं में कॉमन
भाषावैज्ञानिक जॉन मैकवॉर्टर ने अपनी किताब ‘The Power of Babel: A Natural History of Language’ (2001) में बताया कि मां के लिए ‘म’ साउंड का हर जगह होना कोई संयोग नहीं है।
वो कहते हैं कि ‘म’ बोलना इतना आसान है कि बच्चे इसे बिना सिखाए बोलने लगते हैं। यही वजह है कि अलग-अलग भाषा परिवार जैसे सिनो-तिब्बतन, सेमेटिक या बांटू बिना एक-दूसरे से प्रभावित हुए इसे मां से जोड़ देते हैं।
कुछ देश ऐसे भी जहां ‘म’ साउंड के बिना मां को पुकारा जाता है
ज्यादातर भाषाओं में मां के लिए ‘म’ साउंड आम है। लेकिन दुनिया में कुछ भाषाएं ऐसी भी हैं जहां ‘म’ का इस्तेमाल नहीं होता।
1. जॉर्जिया: मां को कहते हैं Deda, पिता को कहते हैं Mama
जॉर्जियाई भाषा में मां को ‘Deda’ कहते हैं। जबकि पिता को ‘Mama’ कहते हैं। ये भाषा कार्तवेलियन भाषा परिवार की है, जो इंडो-यूरोपियन या अन्य भाषा परिवारों से अलग है।
भाषावैज्ञानिक मानते हैं कि कार्तवेलियन भाषाओं ने बच्चों की शुरुआती आवाजों को अलग तरीके से अपनाया। बच्चों की आवाजों में ‘म’ के अलावा ‘द’ या ‘दा’ जैसे साउंड भी आम हैं। जॉर्जियाई संस्कृति ने शायद सांस्कृतिक या ऐतिहासिक परंपराओं की वजह से ‘द’ को मां से जोड़ा।
2. फिनलैंड: मां को कहते हैं Äiti
फिनलैंड में मां को ‘Äiti’ कहते हैं। इसमें भी ‘म’ साउंड गायब है। फिनिश भाषा यूरालिक भाषा परिवार की है, जो इंडो-यूरोपियन और सेमेटिक भाषाओं से अलग है।
प्रोटो-यूरालिक में मां के लिए äjti या äti जैसे शब्द थे, जो फिनिश में ‘Äiti’ बने। ये शब्द बच्चों के ‘म’ साउंड से नहीं, बल्कि यूरालिक भाषाओं की अपने साउंड स्ट्रकचर से बने।
3. हंगरी: यहां मां को कहते हैं Anya
हंगेरियन में मां को ‘Anya’ कहते हैं। इसमें भी ‘म’ साउंड नहीं है।
हंगेरियन भी फिनिश की तरह यूरालिक भाषा परिवार की है। प्रोटो-यूरालिक में मां के लिए ana या anja जैसे शब्द भी थे, जो हंगेरियन में ‘Anya’ बने।
4. इंडोनेशिया: मां को पुकारते हैं Ibu
इंडोनेशियाई में मां को ‘Ibu’ कहते हैं। इसमें ‘म’ साउंड नहीं है। इंडोनेशियाई भाषा ऑस्ट्रोनेशियन भाषा परिवार की है।
‘Ibu’ की जड़ें प्रोटो-ऑस्ट्रोनेशियन भाषा में मिलती हैं, जहां मां के लिए ibu या aba जैसे शब्द थे। ऑस्ट्रोनेशियन भाषाओं में स्वर-प्रधान शब्द और ‘ब’ जैसे साउंड आम हैं।
इंडोनेशियाई में ‘Ibu’ न सिर्फ मां बल्कि सम्मानित महिलाओं (जैसे टीचर्स) के लिए भी बोला जाता है।
लिखी जाने वाली भाषाओं से भी पुराना है मां का संबोधन
दुनिया में लिखी जाने वाली सबसे प्राचीन भाषा सुमेरियन, 5100 साल पुरानी मानी जाती है। लेकिन भाषाविद् मानते हैं कि मां के लिए संबोधन इससे भी कई हजार साल पुराना है। जब दुनिया में भाषाएं लिखी नहीं, सिर्फ बोली जाती थीं, उस समय भी मां और बच्चे के रिश्ते के लिए शब्द जरूर रहे होंगे। भले ही आज उन शब्दों का कोई भी रिकॉर्ड न हो।
भाषावैज्ञानिक लैरी ट्रास्क अपनी किताब Historical Linguistics (1996) में लिखते हैं कि मां के लिए बच्चे जो आवाजें निकालते हैं उसे कौन सी संस्कृति किस तरह समझती है, इसी से तय होता है कि वहां ‘मां’ के लिए कौन सा शब्द बनेगा।