इससे पहले खबर आई थी कि भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील की शर्तों को लेकर सहमति बन चुकी है और इसका ऐलान आठ जुलाई को किया जा सकता है.

भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर बड़ी खबर है. सूत्रों का कहना है कि दोनों देशों के बीच टैरिफ को लेकर अभी तक किसी तरह की सहमति नहीं बन पाई है.
सूत्रों का कहना है कि अमेरिका 10 फीसदी टैरिफ को बनाए रखने का इच्छुक है जबकि भारत चाहता है कि कई सेक्टर्स में लागू 10 फीसदी टैरिफ को शून्य कर दिया जाए.
ऐसे में दोनों देशों की असहमति देखते हुए भारत की ओर से इस डील के मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल ने अपना अमेरिकी दौरा और बढ़ा दिया है .
बता दें कि इससे पहले खबर आई थी कि भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील की शर्तों को लेकर सहमति बन चुकी है और इसका ऐलान आठ जुलाई को किया जा सकता है.
इसके बाद व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे संबंधों का हवाला देते हुए कहा था कि दोनों के संबंध अच्छे बने रहेंगे.
लेविट ने कहा था कि भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील करीब है और जल्द राष्ट्रपति ट्रंप इसके बारे में अपडेट करेंगे. बता दें कि इस समय विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी अमेरिकी दौरे पर हैं. वह अमेरिका में क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगे.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दो जुलाई को दुनियाभर के कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया था. लेकिन टैरिफ पर हंगामा बरपने के बाद अमेरिका ने कई मुल्कों को इससे अस्थाई राहत दी थी. अमेरिका ने भारत पर लगाए गए 26 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ को नौ जुलाई तक के लिए सस्पेंड कर दिया था. लेकिन भारत पर 10 फीसदी का बेसलाइन टैरिफ नहीं हटाया गया था.