प्लास्टिक कचरे में भारत का योगदान सिर्फ 3.54%, चीन सबसे आगे

2022 में दुनियाभर में कुल 26.8 करोड़ टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न हुआ। इस मामले में चीन सबसे बड़ा उत्पादक रहा, जिसने 8.15 करोड़ टन कचरा उत्पन्न किया। इसके बाद अमेरिका (4.01 करोड़ टन), यूरोपीय यूनियन (3 करोड़ टन) और भारत (95 लाख टन) का स्थान है।

(Publish by : Tanya Pandey
Updated: April 12, 2025 04:27 pm
Rajasthan, India)

एक हालिया अध्ययन के अनुसार, 2022 में भारत का प्लास्टिक कचरे में योगदान केवल 3.54 प्रतिशत था, जबकि नेचर मैगजीन में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, उस साल प्लास्टिक उत्पादन में भारत का हिस्सा 5 प्रतिशत था। चीन ने कुल वैश्विक प्लास्टिक उत्पादन का 32 प्रतिशत योगदान दिया, जबकि अमेरिका का योगदान 42 प्रतिशत था।

प्लास्टिक कंजंप्शन में चीन की प्रमुखता
प्लास्टिक खपत के मामले में भी चीन सबसे ऊपर है, जो वैश्विक सप्लाई का 20 प्रतिशत इस्तेमाल करता है। इसके बाद अमेरिका (18 प्रतिशत), यूरोपीय यूनियन (16 प्रतिशत), भारत (6 प्रतिशत) और जापान (4 प्रतिशत) का स्थान है। 2022 में प्रति व्यक्ति प्लास्टिक खपत के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति खपत 216 किलोग्राम थी। वहीं, जापान में यह 129 किलोग्राम और यूरोपीय यूनियन में 87 किलोग्राम प्रति व्यक्ति थी।

प्लास्टिक कचरे का निपटान
प्लास्टिक कचरे के निपटान के तरीकों पर रिपोर्ट बताती है कि 40 प्रतिशत कचरा लैंडफिल में भेजा जाता है, 34 प्रतिशत जलाया जाता है और केवल 9 प्रतिशत कचरे का रिसाइक्लिंग होता है। हालांकि, लैंडफिल में जाने वाले कचरे की मात्रा में 1950 से 2015 के बीच के 79 प्रतिशत के मुकाबले 2022 में काफी कमी आई है।

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