
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को श्रीनगर में पहलगाम हमले में घायल लोगों और उनके परिजन से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि आतंकी कितनी भी कोशिश कर लें, हम उन्हें हरा देंगे। हर भारतीय एकसाथ है।
इससे पहले, गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग की। उन्होंने मुख्यमंत्रियों से अपील की कि वे अपने-अपने राज्यों में पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करें और उन्हें वापस भेजें।
हमले के 3 दिन बाद सेना ने बड़ा एक्शन लिया। जम्मू-कश्मीर के त्राल और अनंतनाग के बिजबेहरा में 2 लश्कर आतंकियों के यहां सर्च ऑपरेशन चलाया। ऑपरेशन के दौरान दोनों के घरों में रखा एक्सप्लोसिव ब्लास्ट हो गया। धमाके में आसिफ शेख और आदिल ठोकेर के घर पूरी तरह तबाह हो गए।
इधर, बांदीपोरा में सर्च ऑपरेशन के दौरान शुरू हुए एनकांटर में सुरक्षा बलों ने एक आतंकवादी को मार गिराया है। 2 जवान भी घायल हैं। पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल की दोपहर आतंकवादियों ने पर्यटकों पर फायरिंग की थी। हमले में 26 टूरिस्ट मारे गए थे। 10 से ज्यादा घायल हैं।
आतंकियों के घर ब्लास्ट में ढहे, 4 तस्वीरें




राहुल बोले- आतंकी कुछ भी कर लें, हम उन्हें हरा देंगे
राहुल गांधी ने कहा कि मैं यहां हालात देखने आया हूं। जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों ने हमले की निंदा की है। उनका देश को पूरा समर्थन है। मैंने घायल लोगों से मुलाकात की। जिन्होंने भी अपने परिवार का सदस्य खोया है, उन सबके साथ मेरी संवेदनाएं हैं।
हमने कल सरकार के साथ मीटिंग की थी। पूरे विपक्ष ने एकजुट होकर हमले की निंदा की। हमने कहा कि सरकार जो भी फैसला लेगी, हम उसके साथ हैं। आतंकी घटना के पीछे यही मकसद था कि समाज को तोड़ा जाए, भाई को भाई के खिलाफ लड़ाया जाए। हर भारतीय एकसाथ है। आतंकी कितनी भी कोशिश कर लें, हम उन्हें हरा सकते हैं।
राहुल गांधी ने पहलगाम हमले में घायल लोगों से मुलाकात की
आतंकी की बहन बोली- हमें बेवजह सजा मिल रही
पहलगाम हमले में शामिल बताए जा रहे आतंकी की बहन ने सुरक्षाबलों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरा एक भाई जेल में है और दूसरा मुजाहिदीन है। मेरी दो बहनें भी हैं। जब मैं ससुराल से अपने घर आई, तो माता-पिता और भाई-बहन घर पर नहीं थे। मुझे बताया गया कि पुलिस उन्हें ले गई है। तभी सुरक्षाबल आए और मुझे पड़ोसी के घर भेज दिया। मैंने देखा कि एक जवान ने वर्दी में हमारे घर की छत पर बम जैसी चीज रखी और फिर घर गिरा दिया गया। हम पूरी तरह बेगुनाह हैं। हमें बेवजह सजा मिल रही है।’