देश के मशहूर रैपर हाइब्रिड एक बड़े विवाद में फंस गए हैं। आबकारी विभाग की टीम ने उनके फ्लैट पर छापा मारकर बड़ी मात्रा में गांजा बरामद किया है। इस कार्रवाई के बाद रैपर को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल हाइब्रिड से पूछताछ की जा रही है और उनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (NDPS Act) के तहत केस दर्ज किया गया है।

(Publish by : Tanya Pandey
Updated: April 28, 2025 05:18 pm
Rajasthan, India)
फ्लैट में गुप्त सूचना के बाद मारा गया छापा
सूत्रों के अनुसार, आबकारी विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि एक नामी हस्ती के फ्लैट में नशीले पदार्थ रखे गए हैं। इस सूचना के आधार पर टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फ्लैट पर छापा मारा। तलाशी के दौरान फ्लैट से गांजे के कई पैकेट बरामद हुए, जिनका वजन कई सौ ग्राम बताया जा रहा है। बरामद सामग्री को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।
गिरफ्तारी के बाद हाइब्रिड से पूछताछ
गिरफ्तारी के तुरंत बाद आबकारी अधिकारियों ने रैपर हाइब्रिड से पूछताछ शुरू कर दी है। अधिकारियों के मुताबिक, यह जानने की कोशिश की जा रही है कि यह नशा वह खुद के लिए रखे हुए थे या फिर इसका संबंध किसी बड़े नेटवर्क से है। साथ ही इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या हाइब्रिड नियमित रूप से नशीले पदार्थों की खरीद-फरोख्त में शामिल रहे हैं।
सोशल मीडिया पर फैंस में निराशा
हाइब्रिड की गिरफ्तारी की खबर जैसे ही सामने आई, सोशल मीडिया पर उनके प्रशंसकों में भारी निराशा देखने को मिली। फैंस को यकीन नहीं हो रहा कि उनका चहेता स्टार ऐसे मामले में फंस सकता है। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि सितारों को अपने व्यवहार से समाज के लिए एक आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए।
आगे की कार्रवाई जारी
अब आबकारी विभाग यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि हाइब्रिड के पास गांजा कैसे पहुंचा और इस मामले में और कौन-कौन लोग शामिल हो सकते हैं। अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। फिलहाल रैपर को अदालत में पेश करने की तैयारी की जा रही है, जहां से उनकी जमानत या न्यायिक हिरासत पर फैसला होगा।
निष्कर्ष
हाइब्रिड की गिरफ्तारी ने मनोरंजन जगत को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि नशीले पदार्थों की समस्या कितनी गंभीर होती जा रही है। सितारों की बढ़ती लोकप्रियता के साथ-साथ उन पर जिम्मेदारियों का भी बोझ होता है, जिसे नजरअंदाज करना समाज के लिए खतरनाक संदेश देता है। अब देखना होगा कि कानून इस मामले में क्या रुख अपनाता है और आगे जांच किस दिशा में बढ़ती है।