
(Publish by : Tanya Pandey
Updated: May 02, 2025 11:59 am
Rajasthan, India)
ग्लोबल वर्कफोर्स के लिए झकझोर देने वाला आंकड़ा
ऑक्सफैम की हालिया ग्लोबल रिपोर्ट ने कॉर्पोरेट सेक्टर में आय असमानता को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की बड़ी कंपनियों में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) एक घंटे में उतना कमा लेते हैं जितना एक सामान्य कर्मचारी पूरे साल में नहीं कमा पाता।
यह आंकड़ा वैश्विक आय ढांचे में बढ़ती खाई और असंतुलन की तरफ इशारा करता है।
कुछ चौंकाने वाले बिंदु रिपोर्ट से:
- कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों के CEO सालाना मल्टी-मिलियन डॉलर सैलरी और बोनस लेते हैं
- वहीं, उन्हीं कंपनियों के श्रमिक न्यूनतम वेतन, अस्थायी कॉन्ट्रैक्ट, और बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं
- रिपोर्ट में बताया गया कि कुछ कंपनियों में CEO की एक घंटे की कमाई, एक औसत कर्मचारी की सालभर की सैलरी के बराबर या उससे अधिक है
COVID के बाद और बढ़ी खाई
कोविड-19 महामारी के दौरान जब दुनियाभर में बेरोजगारी और वेतन कटौती हुई, तब भी कई CEO ने अपने वेतन और शेयरों से भारी कमाई की। रिपोर्ट का दावा है कि महामारी ने अमीर और गरीब के बीच की दूरी को और बढ़ा दिया।
ऑक्सफैम की सिफारिशें
रिपोर्ट में सरकारों और वैश्विक संस्थाओं को सुझाव दिए गए हैं:
- CEO वेतन पर अधिक टैक्स लगाने की नीति बनाई जाए
- न्यूनतम वेतन को जीविकोपयोगी स्तर तक बढ़ाया जाए
- कंपनियों की पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए ताकि कर्मचारियों को उनका उचित हिस्सा मिले
भारत समेत विकासशील देशों पर असर
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि भारत, बांग्लादेश, नाइजीरिया जैसे देशों में यह असमानता और भी गंभीर है। यहां करोड़ों श्रमिक अनौपचारिक क्षेत्र में काम करते हैं, जहां ना वेतन की गारंटी है और ना ही सामाजिक सुरक्षा।