गुरुग्राम में ब्लैकआउट, 10 मिनट तक छाया अंधेरा:5 जगहों पर मॉक ड्रिल, पढ़ाई छोड़ डेस्क के नीचे छिपे बच्चे

हरियाणा के गुरुग्राम जिले में बुधवार को शहर में प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर 7:50 पर ब्लैकआउट कर दिया गया। जिसके चलते शहर में चारों तरफ अंधेरा छाया रहा। वहीं सड़कों पर कुछ वाहन दौड़ते नजर आए। शाम 4 बजे सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।

डीसी अजय कुमार एयर रेड और पांच साइट्स पर इंसिडेंट की सूचना देने के साथ सायरन का आदेश दिए। लघु सचिवालय स्थित कमांड कंट्रोल रूम में टीमें एक्टिव रही। जिला मुख्यालय समेत फैक्ट्रियों, कंपनियों और पुलिस की गाड़ियों में लगे दो हजार से ज्यादा सायरन एक साथ बजे।

बच्चों को बचने की दी ट्रेनिंग

इससे पहले स्कूलों में बच्चों को युद्ध की परिस्थितियों में बचने की ट्रेनिंग दी गई। इस दौरान बच्चों को एक फिल्म दिखाई गई। फिल्म के सीन की तरह इमरजेंसी सायरन बजते ही बच्चे डेस्क के नीचे छिप गए और क्लासरूम में सन्नाटा छा गया। ये रिहर्सल रेयान इंटरनेशनल स्कूल में की गई।

10 मिनट में पहुंची रेस्क्यू टीम

डीसी ने बताया कि ड्रिल के लिए देवीलाल स्टेडियम में तैनात राहत और बचाव की पांच टीमें पांचों साइट्स के लिए रवाना हुई, जो कि 10 मिनट के अंदर मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। इससे पहले ऑपरेशन अभ्यास-मॉक ड्रिल को लेकर मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने वीसी के माध्यम से डीसी अजय कुमार से की बातचीत। वीसी में डीसी अजय कुमार, सीपी विकास अरोड़ा व ऑपरेशन अभ्यास से जुड़े अधिकारी कंट्रोल रूम में मौजूद रहे।

7.50 बजे से 8 बजे तक ब्लैकआउट

वहीं डीसी अजय कुमार ने बताया ऑपरेशन अभ्यास पूरी तरह सफल रहा। ब्लैकआउट का समय अब शाम 7.50 बजे से 8 बजे तक रहेगा। मॉक ड्रिल के लिए जिला परिषद के सीईओ जगनिवास को इंसिडेंट कमांडर, नगर निगम गुरुग्राम एडिशनल कमिशनर महाबीर प्रसाद को ताऊ देवीलाल स्टेडियम में बनाए स्टेजिंग एरिया के मैनेजर रहे। लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल को इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर/कमांड कंट्रोल सेंटर (कंट्रोल रूम) बनाया गया।

इन जगहों पर हुई मॉक ड्रिल – एम्बियंस मॉल। – गवर्नमेंट सीनियर सेकेण्डरी स्कूल, सेक्टर 4/7। – सालवान पब्लिक स्कूल, सेक्टर 15 पार्ट टू। – हीरो मोटोकॉर्प, हीरो होंडा चौक। – गांव गढ़ी बाजिदपुर।

5 टास्क फोर्स टीम रही मौजूद टीम को अखिलेश कुमार जेसी वन लीड किया, वहीं टीम दो को विशाल जेसी टू, टीम तीन को जयवीर यादव जेसी थ्री, टीम चार को सुमित कुमार जेसी फोर व टीम पांच को अंकित चौकसे एसडीएम बादशाहपुर मॉक ड्रिल के लिए इंसिडेट साइट्स पर रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर स्टेजिंग एरिया से रिस्पॉन्ड किया। टास्क फोर्स में सिविल डिफेन्स, हेल्थ, एसडीआरएफ, पुलिस, फायर व अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे।

स्कूलों में बच्चों को दिया प्रशिक्षण

सेक्टर 46 स्थित एमिटी इंटरनेशनल स्कूल में भी मॉक ड्रिल हुई। प्रिंसिपल आरती चोपड़ा ने छात्रों को सुरक्षा के उपायों के बारे में बताया। इस दौरान छात्रों को एक शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई। जिसमें खुद के बचाव और आपातकालीन स्थिति के बारे में दिखाया गया। प्राथमिक चिकित्सा की भी जानकारी दी गई।

इन जगहों पर हुई मॉक ड्रिल – एम्बियंस मॉल। – गवर्नमेंट सीनियर सेकेण्डरी स्कूल, सेक्टर 4/7। – सालवान पब्लिक स्कूल, सेक्टर 15 पार्ट टू। – हीरो मोटोकॉर्प, हीरो होंडा चौक। – गांव गढ़ी बाजिदपुर।

5 टास्क फोर्स टीम रही मौजूद टीम को अखिलेश कुमार जेसी वन लीड किया, वहीं टीम दो को विशाल जेसी टू, टीम तीन को जयवीर यादव जेसी थ्री, टीम चार को सुमित कुमार जेसी फोर व टीम पांच को अंकित चौकसे एसडीएम बादशाहपुर मॉक ड्रिल के लिए इंसिडेट साइट्स पर रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर स्टेजिंग एरिया से रिस्पॉन्ड किया। टास्क फोर्स में सिविल डिफेन्स, हेल्थ, एसडीआरएफ, पुलिस, फायर व अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे।

स्कूलों में बच्चों को दिया प्रशिक्षण

सेक्टर 46 स्थित एमिटी इंटरनेशनल स्कूल में भी मॉक ड्रिल हुई। प्रिंसिपल आरती चोपड़ा ने छात्रों को सुरक्षा के उपायों के बारे में बताया। इस दौरान छात्रों को एक शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई। जिसमें खुद के बचाव और आपातकालीन स्थिति के बारे में दिखाया गया। प्राथमिक चिकित्सा की भी जानकारी दी गई।

रेयान इंटरनेशनल स्कूल में मॉक ड्रिल सोहना रोड स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में बच्चों को मॉक ड्रिल कराया गया। प्रिंसिपल सुजीता अय्यर ने बताया कि स्कूल ने सफलतापूर्वक मॉक निकासी ड्रिल का आयोजन किया। जिसमें छात्रों को आग, भूकम्प या अन्य खतरों जैसी आपात स्थितियों का प्रभावी ढंग से जवाब देने के लिए तैयार किया गया। सभा के दौरान प्रिंसिपल ने छात्रों को निकासी योजना के बारे में जानकारी दी, जिसमें शांति और शिक्षक के मार्गदर्शन के पालन पर जोर दिया गया।

सायरन सुनते ही छात्र और कर्मचारी तुरंत निर्धारित मार्गों से परिसर को खाली कर सुरक्षित क्षेत्रों में एकत्र हो गए। सायरन बजते ही पूरा स्कूल एक मिनट के भीतर खाली हो गया। यह अभ्यास स्कूल की आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाएगा।

डीएवी स्कूल में स्टूडेंट्स टेबल के नीचे छिपे डीएवी पब्लिक स्कूल सेक्टर -14 और 10 ए में मॉक ड्रिल आयोजित की गई। आपातकालीन स्थिति का अनुकरण करने और हवाई हमलों और ब्लैक आउट ड्रिल की तैयारियों के बारे में छात्रों और कर्मचारियों को जानकारी दी गई। इस दौरान स्टूडेंट्स हवाई हमले के दौरान टेबल के नीचे छिप गए।

सायरन की चार बार टेस्टिंग की शाम को 4 बजे सायरन बजाया जाएगा। इसके बाद ताऊ देवी लाल स्टेडियम में राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर स्टेज एरिया में मॉक ड्रिल होगा। रात को ब्लैक आउट होगा। इससे पहले सुबह करीब साढ़े 10 बजे प्रशासन की तरफ से लघु सचिवालय पर लगाए गए वॉर्निंग सायरन की चार बार टेस्टिंग की गई।

जिला आपदा एवं आपदा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं डीसी अजय कुमार ने ऑपरेशन अभ्यास (मॉक ड्रिल) की तैयारियों को लेकर अधिकारियों की बैठक लेकर तमाम आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि मॉक ड्रिल आपकी जागरूकता में लिए एक अभ्यास, आवश्यक सावधानी अपनाकर प्रशासन का सहयोग करें।

कमांड कंट्रोल सेंटर बनाया

मॉक ड्रिल के लिए लघु सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में कमांड कंट्रोल एरिया कम एमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर बनाया गया है। मॉक ड्रिल के लिए निर्धारित प्रभावित स्थान पर राहत दल को भेजने के लिए ताऊ देवीलाल स्टेडियम में स्टेजिंग एरिया बनाया गया है।

जहां टास्क फोर्स मैनेजर की अध्यक्षता में राहत एवं बचाव दल की पांच टीमें मौके पर मौजूद रहेंगी। जिसमें एम्बुलेंस, डॉक्टर एवं नर्स, फायर ब्रिगेड, पुलिस अधिकारी, सिविल डिफेंस के वॉलंटियर सहित बचाव कार्य मे इस्तेमाल होने वाले सभी प्रमुख संसाधन मौजूद रहेंगे।

आरडब्ल्यूए भी शामिल होंगी

इस पूरे अभ्यास को सफल बनाने के लिए सभी आरडब्ल्यूए व अन्य प्रमुख संस्थानों से भी संपर्क किया गया है। नागरिकों को घबराने की आवश्यकता नही है। इस अभ्यास का उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु सभी संबंधित विभागों की तैयारियों की समीक्षा करना एवं त्वरित प्रतिक्रिया प्रणाली को परखना है। इस मॉकड्रिल के दौरान नागरिकों से अपेक्षा की जाती है कि वे प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।

आपात स्थिति में सुरक्षा जरूरी डीसी ने कहा कि आपात स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके इसके लिए आज जिले में गृह मंत्रालय की ओर से जारी निर्देशों के तहत सिविल डिफेंस द्वारा प्रभावी ढंग से नागरिक सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। जिला में चिह्नित स्थानों पर यह मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इन स्थानों पर शाम 4 बजे तेज सायरन की आवाज के साथ लोगों को सतर्क किया जाएगा।

डीसी ने जागरूक रहने का किया आह्वान डीसी ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा नागरिकों को जागरूक करने के लिए प्रचार के सभी साधनों का प्रमुखता से इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला के सभी स्कूलों में प्रार्थना सभा मे स्कूली बच्चों को ब्लैक आउट के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रमुख अधिकारी रखेंगे नजर

इस दौरान डीसीपी हेडक्वार्टर अर्पित जैन, बादशाहपुर के एसडीएम अंकित चोकसे, डीसीपी ट्रैफिक डॉ राजेश मोहन, सीईओ जिला परिषद जगनिवास, सोहना के एसडीएम संजीव सिंगला, गुरुग्राम के एसडीएम परमजीत चहल, सीटीएम रविंद्र कुमार, पटौदी के एसडीएम दिनेश लुहाच, जिला आपदा प्रबंधन से प्रोजेक्ट ऑफिसर पूनम, सिविल डिफेंस से मोहित कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी मॉनिटरिंग करेंगे।

सायरन और ब्लैकआउट एक्सरसाइज इसलिए जरूरी..

मॉक ड्रिल के दौरान सायरन और ब्लैकआउट एक्सरसाइज बेहद जरूरी है, ताकि लोग युद्ध होने पर खुद को और खास जगहों को बचा सकें…

  • एयर रेड सायरन: युद्ध के दौरान जब दुश्मन हवाई हमला करता है, तब सायरन बजाकर आम लोगों को अलर्ट किया जाता है। सायरन सुनते ही लोगों को हमले का पता चलता है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाना होता है। मॉक ड्रिल के दौरान सायरन एक्सरसाइज कराई जाती है ताकि लोगों को हमला होने पर बिना पैनिक हुए खतरे वाले स्थान से निकलने और सुरक्षित स्थान पर छिपने की ट्रेनिंग दी जा सके।
  • ब्लैकआउट एक्सरसाइज: दुश्मन के हवाई हमले के दौरान अगर लाइटें बंद करके ब्लैकआउट कर दिया जाए तो उसे हमला करने के ठिकाने ढूंढने में परेशानी होगी। दुश्मन के एयरक्राफ्ट सटीक निशाने नहीं लगा पाएंगे। अंधेरे में आम लोग दुश्मन की नजर में आने से बच जाएंगे। इसी कारण मॉक ड्रिल के दौरान ब्लैकआउट एक्सरसाइज कराई जाती है, जिससे लोग अंधेरे में भी सुरक्षित स्थान तक पहुंचने का अभ्यास कर सकें।

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