
(Publish by : Tanya Pandey
Updated: May 10, 2025 3:08 pm
Rajasthan, India)
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया दिनों में बढ़ते सैन्य तनाव ने सीमा पर गंभीर हालात पैदा कर दिए हैं। पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय क्षेत्रों में ड्रोन, मिसाइल और फाइटर जेट्स से हो रहे हमलों के बीच दोनों देशों के सुरक्षाबलों के बीच लगातार झड़पें हो रही हैं। इन जटिल हालातों के बीच जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (JKPDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती का बयान चर्चा का विषय बन गया है।
महबूबा मुफ्ती ने भारत से ही शांति की पहल करने की अपील करते हुए कहा है कि इस संकट की घड़ी में भारत को संयम और संवाद की दिशा में आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा, “हमारे क्षेत्र के लोगों ने दशकों से संघर्ष की कीमत चुकाई है। भारत को, एक जिम्मेदार लोकतंत्र और वैश्विक शक्ति होने के नाते, तनाव कम करने में नेतृत्वकारी भूमिका निभानी चाहिए।”
महबूबा ने अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों का भी उल्लेख किया। उन्होंने अमेरिका की ओर से आए बयानों का हवाला देते हुए कहा कि भारत को अपनी विदेश नीति अस्थायी गठबंधनों के बजाय शांति और लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर आगे बढ़ानी चाहिए।
उन्होंने स्पष्ट किया कि बदले की भावना केवल हिंसा के चक्र को जन्म देती है। भारत को अपनी शक्ति परमाणु अस्त्रों में नहीं, बल्कि शांति और समझदारी की सोच में दिखानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि “वर्तमान नेतृत्व की परीक्षा इसी में है कि वह टकराव की आग को भड़काए नहीं, बल्कि उसे बुझाने का प्रयास करे।”
अंत में उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को युद्ध के साए से बाहर लाना ही असली नेतृत्व की पहचान होगी।