
गुरुग्राम। गुरुग्राम में भोंडसी के अलीपुर गांव में कमरे का दरवाजा बंद कर एक युवती गैस सिलिंडर खोलकर हाथ में लाइटर पकड़ कर आत्महत्या करने जा रही थी।
वहीं, परिजनों की सूचना पर थाने की ईआरवी टीम छह मिनट में घटनास्थल पर पहुंच गई। टीम ने कमरे का दरवाजा तोड़कर गैस सिलिंडर को बंद किया और युवती को सुरक्षित बाहर निकाला। टीम के इस कार्य की पुलिस आयुक्त ने न सिर्फ प्रशंसा की, बल्कि पांच-पांच हजार रुपये देकर सम्मानित भी किया।
ईआरवी 236 को मिली थी सूचना
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गुरुवार दोपहर ईआरवी 236 को एक सूचना मिली कि अलीपुर गांव में एक युवती आत्महत्या करने की कोशिश कर रही है। सूचना पाकर पुलिस टीम मात्र छह मिनट में बताए गए स्थान पर पहुंच गई। यहां एक युवती ने खुद को कमरे में बंद किया हुआ था और एलपीजी गैस सिलिंडर को खोलकर लाइटर हाथ में ले रखा था।
बताया गया कि ईआरवी पर तैनात हेड कांस्टेबल संजय, सिपाही दिनेश व एसपीओ सुंदरलाल ने अपने विवेक व समझ-बूझ के साथ कार्रवाई करते हुए कमरे का दरवाजा तोड़कर युवती को सुरक्षित बाहर निकाला और उसको समझाकर शांत किया।
बंद कमरे में आत्महत्या की कोशिश
पुलिस टीम द्वारा महिला पुलिस कर्मचारी को बुलाकर युवती की परेशानी के बारे में बातचीत की गई तो उसने बताया कि इसकी एक दोस्त इसके साथ ही इसके घर पर रहती है। उससे किसी निजी परेशानी के चलते इसने कमरे को अंदर से बंद कर आत्महत्या करने की कोशिश की। समझाने के बाद युवती ने विश्वास दिलाया कि वह अब इस तरह की कोई हरकत नहीं करेगी।