
हाल में पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का अस्थाई अध्यक्ष बनाया गया. एक ऐसा देश जिस पर आतंकवादियों को पालने-पोसने और अलग-अलग देशों अस्थिरता लाने की कोशिश जैसे गंभीर आरोप लगते हैं, वह इतना जिम्मेदार पद कैसे पा गया? क्या इसके सहारे वो कोई डिप्लोमेटिक दांव खेल सकता है?
इस पूरे महीने पाकिस्तान यूएन सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) का अध्यक्ष रहेगा. यूएनएससी दुनिया का सबसे मजबूत इंटरनेशनल अंब्रेला है. ऐसे ताकतवर संगठन की प्रेसिडेंसी अगर पाकिस्तान जैसे देश के हाथ में आए, भले ही अस्थाई तौर पर सही, तो क्या हो सकता है? या फिर ये पद प्रतीकात्मक है, जिसका असल पावर से लेना-देना नहीं?